खुलासा / बालाकोट ऑपरेशन में 16 मिराज शामिल थे, वहीं 4 जेट बैकअप के लिए तैयार थे

पिछले साल 14 फरवरी काे पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी काे तड़के पाकिस्तान के बालाकाेट में घुसकर हमले किए थे। तब बताया गया था कि बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के कैंप पर 12 मिराज विमानाें से एयर स्ट्राइक किया गया था। इस मिशन कंट्रोल काे संभालने वाले पश्चिमी कमान के प्रमुख रहे सेवानिवृत्त एयर मार्शल सी हरि कुमार ने नया खुलासा किया है। हमले के एक साल पूरे हाेने पर उन्हाेंने भास्कर से चर्चा में बुधवार काे बताया कि 12 नहीं, बल्कि कुल 16 मिराज विमान पाकिस्तान के भीतर घुसे थे। आतंकी कैंप काे नेस्तनाबूद करने के अभियान में मिराज की तीन टुकड़ियां तड़के 3 बजे के बाद लद्दाख की ओर से बालाकोट रवाना हुई थीं।


 
ये सभी 16 लड़ाकू विमान ग्वालियर से उड़ान भरे थे। इनमें से 12 जेट स्ट्राइक फाॅर्मेशन में थे। इन्हें दो टुकड़ियों में बांटा गया था। छह मिराज स्पाइक-2000 बम से लैस थे और दूसरे 6 मिराज पर क्रिस्टलमेज मिसाइल लगाई गई थीं, जो हवा से जमीन पर मार करने में सक्षम हैं। चार मिराज को डिफेंस फाॅर्मेशन में लगाया गया था। ये अपग्रेडेड मिराज थे, जो मिका मिसाइलों से लैस थे। जैश के शिविर पर स्ट्राइक करने वाले 12 मिराज विमानों को सुरक्षा कवच देने के लिए ये चार विमान सबसे आगे चल रहे थे। इसके अलावा चार मिराज विमान ग्वालियर में आपात स्थिति के लिए तैयार खड़े थे, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें भी मिशन पर रवाना किया जा सके। हालांकि इसकी जरूरत नहीं पड़ी। वहीं पूर्व वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि वायुसेना के स्ट्राइक के समय 150 किमी के भीतर कोई पाकिस्तानी विमान नहीं था और पाकिस्तान को भारतीय हवाई हमले के बारे में कोई जानकारी ही नहीं मिल पाई।


वायुसेना प्रमुख बाेले- जरूरत पड़ने पर किसी भी लक्ष्य काे भेदने के लिए तैयार


बालाकाेट एयरस्ट्राइक के एक साल पूरे हाेने पर बुधवार काे वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदाैरिया ने कहा कि वायुसेना जरूरत पड़ने पर किसी भी लक्ष्य काे भेदने के लिए तैयार है। उन्हाेंने यह भी कहा कि रफाल फाइटर जेट और एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम भारतीय सेना के लिए गेमचेंजर साबित हाेगा। वायुसेना प्रमुख ने श्रीनगर एयरबेस पर मिग-21 फाइटर जेट की उड़ान भरी। उनका साथ एयरबेस में 51 स्क्वाड्रन कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन नजीर ने मिराज-2000 के साथ दी।


इधर आर्मी चीफ नरवणे पहुंचे जम्मू-कश्मीर


जम्मू-कश्मीर: भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने दो दिवसीय दौरे पर कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें एलओसी, पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन पर भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई और सीमापार से होने वाली आतंकी गतिविधियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन के बारे में बताया।


राजनाथ सिंह बाेले- अब हम आतंकवाद के खिलाफ सीमा पार करने से भी नहीं हिचकते


बालाकाेट एयरस्ट्राइक काे वायुसेना का साहसिक, निडर और सफल अभियान बताते हुए अभियान बताते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अब हम आतंकवाद से भारत की रक्षा करने के लिए सीमा पार करने से भी नहीं िहचकते हैं। राजनाथ ने ट्वीट किया, “भारत आज बालाकोट हवाई हमले की पहली वर्षगांठ मना रहा है। यह निर्भीक भारतीय वायु सेना के हवाई योद्धाओं द्वारा चलाया गया एक सफल जवाबी अभियान था। बालाकोट हवाई हमलों की सफलता के साथ भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी मजबूत इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है।’



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